गिलोय के फायदे
गिलोय वैदिक काल से औषधि के रूप में कार्य में लायी जाती रही है | गिलोय के फायदे अनेक हैं | इसका एक नाम संस्कृत मैं ‘अमृत’ भी है |
गिलोय एक बहुवर्षीय लता होती है | इसके पत्ते पान की तरह होते है, और फल मटर के दाने जैसे होते हैं | गिलोय के पत्ते स्वाद मैं कड़वे कसैले और तीखे होते हैं |
आयुर्वेद मैं इसे ज्वर की महान औषदि माना गया है और इसे जीवंतिका नाम दिया है | गिलोय पचने में आसान होती है, भूख बढ़ाती है और आँखों के लिए भी लाभकारी होती है |
गिलोय जिस वृक्ष पर चढ़ती है उसके कुछ गुण अपने मैं समाहित कर लेती है |
नीम गिलोय अर्थात नीम के पेड़ पर चढ़ी हुई गिलोय को सबसे अच्छा माना गया है |
गिलोय के फायदे
1. ज्वरनाशक :
गिलोय के तत्त्वों में ज्वरनाशक क्षमता होती है | ज्वर के समय गिलोय का रास पीने से ज्वर में आराम मिल सकता है | यह रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है, जिससे ज्वर आने की संभावना कम हो जाती है |
2. पाचन क्षमता:
त्रिफला के साथ यदि गिलोय का भी प्रयोग किया जाता है तो पाचन तंत्र सबंधी विकारों से शीघ्र लाभ मिलता|
3. रक्त को बनाये साफ़ :
गिलोय में एंटी ऑक्सीडेंट्स और एंटी बैक्ट्रियल गुण होते हैं जो की हमारे रक्त को साफ़ करते हैं और उसे स्वस्थ बनाने में मदद करते हैं।
4. गिलोय से मानसिक तनाव कम करें :
तनाव से जीवन का हर क्षेत्र प्रभावित होता है, इसलिए तनाव से मुक्ति के लिए गिलोय लाभदायक हो सकती है। गिलोय के सेवन से आप तनाव भी कम कर सकते हैं, इसका कारण है इसमें पाए जाने वाले एडाप्टोजेनिक जो की तनाव कम करने में मदद करते हैं। आयुर्वेद के अनुसार यह शरीर से ऐसे तत्वों को बाहर निकलता है जो की मानसिक अवसाद का कारन बनते हैं। आयुर्वेदिक टॉनिक में इसका उपयोग मस्तिष्क की क्षमता को बढ़ाने के लिए किया जाता है। इसके चूर्ण को शहद में मिलाकर लेने से मस्तिष्क से सबंधित बिमारियों में सहारा मिल सकता है।
5. गिलोय का उपयोग त्वचा के लिए :
गिलोय का उपयोग त्वचा सबंधी रोगों की रोकथाम के लिए भी किया जाता है। त्वचा के संक्रमण जनित रोगों के लिए गिलोय उपयोगी होता है। दाद खाज फोड़े फुंसी के अलावा गिलोय के सेवन से त्वचा की झुर्रियां और कालेपन के निशान दूर होते हैं, ऐसा इसमें पाए जाने वाले एंटी एजिंग प्रॉपर्टीज के कारन होता है। त्वचा पर इसके रस को लेप की तरह से लगाना भी लाभदायक होता है।
6. कैंसर में गिलोय का प्रयोग :
गिलोय में एंटी ऑक्सीडेंट्स गुण होते हैं जो शरीर में स्थिर फ्री रेडिकल्स को शरीर से बाहर निकालने में हमारी मदद करते हैं। गिलोय के साथ तुलसी, नीम और गेंहू के ज्वारे का स्वरस लिया जाय तो यह कैंसर के फैलने को रोकने में मददगार हो सकता है।
गिलोय की तासीर : गिलोय की तासीर गर्म होती है। इसका सेवन सर्दियों में करना अत्यंत ही लाभदायक होती है। गर्मियों में चिकित्सक की सलाह के उपरांत इसका सेवन हितकर होता है।